वनस्पति विज्ञान विभाग एमएससी द्वितीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने शैक्षणिक भ्रमण में विभिन्न प्रजातियों का अध्ययन किया।

नैनीताल – डीएसबी परिसर के वनस्पति विज्ञान विभाग एमएससी  द्वितीय  सेमेस्टर के छात्र छात्राओं ने गुरुवार को शैक्षणिक भ्रमण में नारायण नगर  हिमालयन बॉटनिकल गार्डन में फर्न की 40,आर्किड की 35 तथा औषधीय पौधो की प्रजातियों को देखा तथा महत्वपूर्ण जानकारी हासिल की विद्यार्थियों ने इंसेक्ट म्यूजियम सहित, बटरफ्लाई गार्डन भी देखा। इस दौरान रेंज ऑफिसर अजय रावत तथा अरविंद ने महत्पूर्ण जानकारी साजा की ।
विद्यार्थियों ने खुर्पाताल में मॉस गार्डन  में अध्ययन किया तथा रिक्सिया फ्लूटेंस, मारचंतिया, फुनारिया, ब्रायम सहित 80 मॉस प्रजातियों को देखा तथा उनकी जानकारी हासिल की।
वन क्षेत्र अधिकारी नितिन पंत, तनुजा पांडे, सपना पंत ने महत्वपूर्ण जानकारी दी। विद्यार्थियों ने म्यूजियम भी देखा। एमएससी के द्वितीय सेमेस्टर के विद्यार्थियों ने बाद में जयोलिकोट के गांजा नर्सरी व शोध संस्थान में औषधिय पौधो का अध्ययन किया। विद्यार्थियों को नितिन पंत, डॉ.जावेद, अंबिका अग्निहोत्री ने जानकारी दी।
प्रो. ललित तिवारी शोध निदेशक को रेंज ऑफिसर नितिन पंत, तनुजा पांडे  ने तथा डॉ. एसडी तिवारी तथा तनुजा पांडे द्वारा लिखित  नई ब्रायोफाइट्स ऑफ मॉस गार्डन नैनीताल ए पिक्टोरल गाइड  पिक्टोरियल गाइड  द्वारा लिखित   पुस्तक भेट की। पुस्तक फॉरेस्ट रिचार्ज इंस्टीट्यूट द्वारा प्रकाशित किया गया है। पुदीना, अश्वगंधा, निर्गुंडी, पत्थर चूर, पत्थर चट्टा, बेडू, वन अजवाइन, भोटिया बादाम, किलमोरा, ब्राह्मी, रोजमेरी, आर्किड डेंड्रोबियम, बंदा, रिद्धि, वृद्धि, यूटिस पदम, गरुड़, क्वेरल, जिनको, सर्पगंधा, शिलिंग, ईसबगोल, पुनर्नवा, मानवीय शरीर एवम औषधीय पौधो का संबंध सहित जंगली कुंद मूल फल पर जानकारी एकत्र की तथा वहां का म्यूजियम भी देखा जहां विभिन प्रकार के बीजों को भी देखा।
 विद्यार्थियों को शोध हेतु प्रेरित करने हेतु विभागाध्यक्ष प्रो. एसएस बर्गली के निर्देशन में शैक्षिक भ्रमण आयोजित  हुआ। शैक्षिक भ्रमण में  प्रो. ललित तिवारी, प्रो. सुषमा टम्टा, डॉ. कपिल खुल्बे,डॉक्टर नवीन पांडे, डॉ. हिमानी कार्की, वसुंधरा लोधियाल, जगदीश पपनै, मोहित, इंदर, प्रांजलि, अभिषेक सिकदर, प्रकाश, नीतेश, प्रेरणा, रिद्धि,  सिद्धि,रुचि, लता, भावना, आस्था, ममता, नेहा अंजली, श्रुति, गुरुसाहिबा मौजूद रहे।

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *