अल्मोड़ा में कटखने बंदरों व आवारा कुत्तों के आतंक से लोग परेशान। पकड़ने व उनके बधियाकरण के लिए ना जाने कब उठाए जाएगे कदम।
DevbumidigitalNews Uttarakhand Almora Report News Desk
अल्मोड़ा- अल्मोड़ा में कटखने बंदरों व आवारा कुत्तों के आतंक से लोग परेशान है। गली मोहल्लों, सड़क, बाजार हर जगह आवारा कुत्तों व बंदरों का आतंक है।
जगह-जगह झुंड में खड़े रहने वाले आवारा कुत्ते व कटखने बंदर आए दिन लोगों को काट कर घायल कर रहे है। आलम यह है कि जिला अस्पताल में पिछले 11 माह में आवारा कुत्तों द्वारा काटे जाने के 1 हजार 160 नये केस सामने आये है। जबकि 153 लोगों को बंदरों ने काटा है। वहीं नगर के लोग लंबे समय से प्रशासन व नगरपालिका से इस समस्या से निजात दिलाने की मांग कर रहे है लेकिन प्रशासन व पालिका द्वारा फिलहाल बंदरों व आवारा कुत्तो को पकड़ने व उनके बधियाकरण को लेकर कोई अभियान नहीं चलाया जा रहा।
वही नगरपालिका के अधिशासी अधिकारी, श्याम सुंदर प्रसाद का कहना है कि 1200 कुत्तों का बधियाकरण करा चुके हैं। गत वर्ष 250 कुत्तों का कराया। शहरी क्षेत्र में आवारा कुत्तो के बधियाकरण के लिए 3 बार विज्ञप्ति निकाली जा चुकी है। लेकिन वर्तमान में प्रत्येक कुत्ते के बधियाकरण के लिए शासन द्वारा जो रेट निर्धारित किये गये है उस पर कोई भी व्यक्ति व संस्था काम करने को इच्छुक नहीं है। जिससे पालिका के अभियान पर ब्रेक लगा हुआ है। बता दे कि पालिका द्वारा वर्तमान में एक बंदर पकड़ने का 500 व एक कुत्ते के बधियाकरण के लिए 840 रूपये का रेट तय किया गया है।
जिलाधिकारी वंदना सिंह ने बताया कि बंदरों व आवारा कुत्तों के बधियाकरण के लिए नगरपालिका को विज्ञप्ति निकालने के निर्देश दिये गये है। साथ ही कुत्तों के बधियाकरण के रेट बढ़ाने के लिए शासन को पत्र भेजा गया है।