सूबे में अवैध निजी अस्पतालों के खिलाफ होगी कार्रवाई: डॉक्टर धन सिंह रावत
DevbumidigitalNews Uttarakhand Dehradun Report News Desk
उत्तराखंड : राज्य में अवैध रूप से संचालित निजी अस्पतालों, क्लीनिकों, नर्सिंग होम एवं अल्ट्रासाउंड सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई की जायेगी। इसके लिये विभागीय अधिकारियों को वृहद स्तर पर जांच अभियान चलाने के निर्देश दे दिये गये हैं।
सूबे में 50 एवं इससे कम बेड क्षमता वाले अस्पतालों को क्लीनिकल एस्टेब्लिशमेंट एक्ट की परिधि से बाहर रखने के लिये कैबिनेट में शीघ्र संशोधन प्रस्ताव लाया जायेगा।
सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉक्टर धन सिंह रावत ने कैम्प कार्यालय में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन एवं नेशनल मेडिकोज ऑर्गनाइजेशन के पदाधिकारियों की उपस्थिति में स्वास्थ्य विभाग की बैठक ली।
डॉक्टर रावत ने बताया कि प्रदेशभर में अवैध रूप से संचालित निजी अस्पतालों, क्लीनिकों, नर्सिंग होम एवं अल्ट्रासाउंड सेंटरों के खिलाफ अभियान चलाया जायेगा। जिसके निर्देश विभागीय अधिकारियों को दे दिये गये हैं। उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में पुलिस प्रशासन के सहयोग से अवैध निजी अस्पतालों, क्लीनिकों एवं जांच केन्द्रों के विरूद्ध ठोस कार्रवाई अमल में लायी जायेगी।
ताकि निजी अस्पतालों की मनमानी व मरीजों के शोषण पर रोक लगाई जा सकेगी। डॉक्टर रावत ने बताया कि राज्य में निजी अस्पतालों एवं निजी ऑपरेटरों द्वारा संचालित एम्बुलेंस की मनमानी को रोकने के लिये पुलिस एवं परिवहन विभाग द्वारा जांच की जायेगी।
बैठक में स्वास्थ्य महानिदेशक डॉक्टर शैलजा भट्ट ने बताया कि आईएमए एवं नमो के पदाधिकारियों की मांग पर क्लीनिकल एक्ट को लेकर पूर्व में गठित समिति द्वारा अपनी रिपोर्ट सौंप दी है, जिसका शीघ्र अवलोकन किया जायेगा।
बैठक में राज्य बाल आयोग की अध्यक्षा एवं वरिष्ठ चिकित्सक डॉक्टर गीता खन्ना, स्वास्थ्य महानिदेशक डॉक्टर शैलजा भट्ट, अपर निदेशक डॉक्टर आर.पी. खंडूडी, संयुक्त निदेशक डॉक्टर एस.एन. झा, सीएमओ देहरादून डॉक्टर मनोज उप्रेती सहित आईएमए देहरादून के अध्यक्ष डॉक्टर आलोक सेमवाल एवं नेशनल मेडिकोज ऑर्गनाइजेशन एवं आईएमए के पदाधिकारी एवं चिकित्सक डॉक्टर गोपाल शर्मा, डॉक्टर विक्रम सिंह, डॉक्टर संजय उप्रेती, डॉक्टर अमित उप्रेती, डॉक्टर देवाशीष चौहान आदि उपस्थित रहे।