अरविंद केजरीवाल की पार्टी टुकड़े-टुकड़े गैंग का समर्थन करती है, सीएम ने कहा आपदा यानी “आप” और कॉंग्रेस दोनों मिले हुए हैं।

दिल्ली विधानसभा चुनाव के मतदान की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, वैसे-वैसे सियासी पारा भी बढ़ता रहा है। इस चुनावी माहौल को भाजपा के फायर ब्रांड नेता और उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने चुनावी भाषणों से और भी गरमा दिया है। सीएम धामी ने शुक्रवार को दिल्ली के मोतीनगर, शालीमारबाग, नई दिल्ली और कस्तूरबानगर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में ताबड़तोड़ जनसभाएं की। इस दौरान उन्होंने आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पर न केवल जमकर निशाना साधा बल्कि, मोदी सरकार की उपलब्धियां भी गिनाई। आइए देखते हैं कि सीएम धामी के चुनावी समर का यह आक्रमक अंदाज कैसे लोगों को पंसद आ रहा है।

मुख्यमंत्री धामी ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि इनके भ्रष्टाचार के चलते दिल्ली के लोग पानी की बूंद-बूंद को तरस गए हैं, जहां पूरे देश में हर घर नल से जल अभियान के तहत देश के विभिन्न राज्यों में पानी पहुंचाने का काम किया जा रहा है वहीं दिल्ली में लोगों को इस योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। आज भी यहां की 40 प्रतिशत आबादी पानी खरीद कर पीने को मजबूर है। सीएम धामी ने कहा कि आम आदमी पार्टी की घटिया सोच के चलते ही लोगों को आयुष्मान योजना का लाभ भी नहीं मिल पा रहा है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि भ्रष्टाचार समाप्त करने का वादा कर के सत्ता में आई आम आदमी पार्टी अब खुद भ्रष्टाचार की पर्याय बन चुकी है, दिल्ली में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है जहाँ इन्होने घोटाला ना किया हो, क्लीनिक, दवा खरीद, स्ट्रीट लाइट, बस खरीद और स्कूल, शराब जैसे हर सेक्टर में घोटाला किया गए है।
मुख्यमंत्री धामी ने कांग्रेस और आम आदमी पार्टी दोनों पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस के भ्रष्टाचार को सीढ़ी बनाकर सत्ता में आई आदमी पार्टी ने भ्रष्टाचार के मामले में कांग्रेस तक को पीछे छोड़ दिया है। आज केजरीवाल भ्रष्टाचार के ब्रांड एंबेस्डर बन गए हैं और उनकी पार्टी ‘घोटाला पार्टी’। सीएम धामी ने कहा कि देश में यदि भ्रष्टाचार की कोई प्रतियोगिता हो तो उसमें केजरीवाल फस्ट आएंगे।
यूँ तो मुख्यमंत्री धामी देश भर के विभिन्न राज्यों में खासे लोकप्रिय हैं लेकिन हाल ही में उत्तराखण्ड में समान नागरिक संहिता लागू करने के बाद उनकी लोकप्रियता और भी बढ़ी है, यही कारण है कि भाजपा ने दिल्ली की कई मुश्किल सीटों की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री धामी को दी है।
जहाँ एक ओर मुख्यमंत्री धामी को लोग उनकी साफ़ छवि और सख्त निर्णय लेने के कारण उन्हें पसंद करते हैं वहीं उनकी ‘धर्मरक्षक’ की छवि भी लोगों को खूब भा रही है। यही कारण है कि मुख्यमंत्री धामी की जनसभाओं में बड़ी संख्या में लोग उनको सुनने के लिए आ रहे हैं।
दिल्ली में चुनावी पारा हाई है और अब चंद दिनों में वोटिंग भी होने वाली है, अब देखना ये होगा कि मुख्यमंत्री धामी की चुनावी जनसभाओं में आने वाली विशाल भीड़ क्या भाजपा के लिए वोटों में भी तब्दील हो पाएगी या नहीं !

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