चारधाम समेत अन्य पहाड़ी जिलों में बारिश-बर्फबारी की चेतावनी देते हुए हुए ऑरेंज अलर्ट जारी।
उत्तराखंड में कुछ दिनों से मौसम खराब है। राजधानी देहरादून समेत मैदानी इलाकों में बारिश हो रही है। वहीं, पहाड़ों में बर्फबारी हो रही है जिस कारण उत्तराखंड में ठंड बढ़ गई है। मौसम विभाग ने भी चारों धामों में बुधवार को भी बर्फबारी का अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग के अनुसार 3200 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी और भी बारिश के आसार हैं।
मौसम विज्ञान केंद्र ने 3 मई को ऑरेंज अलर्ट जारी कर राज्य के जिलों हल्की से मध्यम बारिश और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी की संभावना जताई है मौसम विज्ञान केंद्र ने 3 मई को राज्य में कहीं-कहीं बारिश बर्फबारी और झोंकेदार हवाओं का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक 3 मई को राज्य के कुछ स्थानों में गरज चमक के साथ तेज बारिश ओलावृष्टि के अलावा 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक राज्य के उत्तरकाशी, पिथौरागढ़, चमोली और बागेश्वर जिलों के 3200 मीटर या उससे अधिक ऊंचाई वाले स्थानों में शाम से लेकर सुबह तक शून्य से नीचे तापमान रहने की तापमान रहने की संभावना है। जिसको लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग की ओर से उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर और पिथौरागढ़ में भारी बारिश और बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। अगले दो दिनों तक लगातार हल्की से मध्यम बर्फबारी होने के आसार हैं।
इससे बर्फबारी होने और संवेदनशील इलाकों में भूस्खलन-चट्टान गिरने से सड़कें बाधित हो सकती हैं। कहीं-कहीं ओलावृष्टि और 40 से 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना है। इसके अलावा मैदानी इलाकों में मौसम शुष्क रहने के आसार हैं।
मौसम विभाग के ऑरेंज अलर्ट को देखते हुए बुधवार को केदारनाथ यात्रा स्थगित कर दी गई है। ऋषिकेश, श्रीनगर से ही यात्रा को रोक दिया गया है। पुलिस महानिदेशक ने यात्रियों से खराब मौसम को देखते हुए सहयोग की अपील की है।
प्रदेश के डीजीपी अशोक कुमार मंगलवार को ही केदारनाथ धाम पहुंच गए थे, और वहां उन्होंने केदारनाथ धाम में तमाम व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया था, बुधवार सुबह भी डीजीपी अशोक कुमार ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
DGP अशोक का बयान आज यात्रा को पूरी तरह रोक दिया गया हैं जो ऋषिकेश में हैं उनको ऋषिकेश में ही रोक दिया गया है, और जो यात्री श्रीनगर में हैं उनको वहीं रोका गया है, और जो फाटा में हैं उन लोगों को फाटा में रोका गया है