आनलाइन सापिंग करने वाले हो जाइए सावधान आपके साथ भी हो सकती है कुछ इस तरह ठगी जानीए शातिर ठगो के कारनामे।

DevbumidigitalNews Uttarakhand Haldwani Report News Desk
हल्द्वानी – ठगी करने वाले लगातार नया नया तरीका अपनाते है। जितना सब कुछ डिजिटल हो रहा है। उतना ही साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहा है। साइबर फ्राॅड करने वाले हर दिन लाखों की ठगी करते हैं। साइबर अपराधियों के जड़ काफी लंबी होती है। नैनीताल पुलिस को साइबर फ्रॉड करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए पुलिस को मिली बड़ी सफलता। नैनीताल पुलिस ने आनंदपुरी फेस तीन  निवासी अंकित शाह ने थाना मुखानी में मोबाइल गिफ्ट पाने के लिए ऑनलाइन शॉपिंग के नाम पर उनके साथ 12390 की ठगी होने की की शिकायत मिलते ही तत्परता से कार्रवाई की।
 आनंदपुरी फेस 3 के निवासी अंकित शाह ने थाना मुखानी में तहरीर दी थी कि ऑफर ऑल टाइम नाम से अज्ञात व्यक्ति ने कॉल करके  बताया कि उनकी नई कंपनी लांच हुई है। और कंपनी की ओर से नंबर चुने जा रहे थे। आपका नंबर लक्की नम्बर की लिस्ट में चुना गया है। जिसके लिए आपको कंपनी का कोई भी एक सामान पसंद करके अपना रजिस्ट्रेशन करवाना होगा। जिसके बाद अंकित ने 1004 रूपए की जैकेट को पसंद कर सलेक्ट कर लिया। उसके बाद फिर  सुनील नाम के व्यक्ति का कॉल आया जिसने कहा कि आपको एक फोन गिफ्ट में दिया जा रहा है। जिसके लिए आपको GST 10% देनी होगी इसके बाद अंतिम ने गूगल पे के माध्यम से यूपीआई अकाउंट नंबर पर 12390 रूपए उसके अकाउंट पर भेज दिए। ठग द्वारा कहा गया की आपके रूपए आपके अकाउंट में वापस आ जाएंगे। जब पैसे वापस ना आए तो अंकित को ठगी का एहसास हुआ और वह मुखानी थाने में शिकायत दर्ज करने आया।
 ठगी की शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने टीम गठित कर कार्रवाई शुरू कर दी। जिन नंबरो से काल आया था पुलिस ने उन नंबरों को सर्विलांस पर लगाकर सभी ज़रूरी सूचना संकलन कर जानकारी का विश्लेषण कर एक पुलिस टीम साउथ दिल्ली संगम बिहार स्थित कॉल सेन्टर पर पुलिस ने दबिश देकर 3 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया। साथ में ऑनलाइन शॉपिंग साइबर फ्रॉड में इस्तेमाल की गई  सामाग्री बरामद किया।
आपको बता दें गिरफ्तार किए गए अभियुक्त पूर्व में भी जेल गए हुए। इन अभियुक्तों का अपराधिक इतिहास रहा है
 ठगी करने वाले लोग ऑनलाइन फ्रॉड (ठगी) कैसे करते हैं। क्या है ठगों का तरीका ठगी करने ये आपको आज हम बताते है।
सबसे पहले एक साइट बनाई जाती है।
इन ठगों ने दो वैबसाइट बनाई थी
website:-1- offer buy one. com।
2- offer all time .com
ठगों की गैंग द्वारा गुजरात के डवपर से समय-समय पर नयी-नयी वेवसाइट बनायी जाती है जो कि कम दामों में लगभग 5 से 10 हजार में बनायी जाती हैं।
उसके बाद  लोगों को फंसाने के लिए काॅल सेन्टर खोला जाता है काल करने के लिए
call centre:- गैग द्वारा दिल्ली में घन्नी आबादी वाले क्षेत्रों के 02 BHK फ्लैट में किराये में लेकर कॉल सेन्टर खुले जाते है जहॉ से कॉल कर ग्राहकों को फंसया जाता है।
management
मैनेजमेंट (प्रबंध) के लिए  ठगों  द्वारा काॅल सेन्टर में 1 मैनजर नियुक्त किया जाता है तथा 07-08 कॉलिंग एजेंट रखे जाते है जोकि प्राप्त डाटा/मोबाईल नम्बर को कॉल कर साईबर फ्रॉड को अजाम देते है।
 मैनेजर field boy का कार्य करता है जो कि सभी कॉलिंग एजेण्टों की आवश्यकता पूरी करता है।
data प्राप्त करने करने का तरीका। ठगों को मोबाईल नम्बरों का डाटा 2 माध्यमों से प्राप्त होता है
1- मोबाईल कम्पनी/शॉपिंग कम्पनी से डाटा प्राप्त किया जाता है
2-  सम्बन्धित साइट में ऑन लाइन रजिट्रेशन फॉम से भी मोबाईल डाटा प्राप्त किया जाता है।
ठगों के द्वारा जो वेवसाइट बनायी जाती है वो बिल्कुल ओरिजिनल  जैसी बनायी जाती है तथा माल डिलवर ना होने पर और फ्रॉड करने के बाद जो शिकायत प्राप्त होती है उन शिकायतकर्ताओं को उलझाने के लिये 2 लड़के अलग से नियुक्त होते है तथा अधिक शिकायतें प्राप्त होने पर उस वेवसाइट को बन्द करके नयी वेवसाइट बनायी जाती है।
पुलिस की जांच पड़ताल करने पर अभी तक 10,000 लोगों को कॉल करने की  डिटेल प्राप्त हुई है तथा कम्पनी के विरूद्व अलग-अलग जगहों पर 04 ऑन लाइन शिकायतों की पुष्टि हुई है। अधिक शिकायत आने पर offer buy one. com को बन्द कर दिया गया जबकि offer all time.com साइट को लगातार चलाये जा रहा है। प्रत्येक दिन कॉलिंग ऐजेण्ट 100 से भी ज्याद कॉल करते है।
इस दौरान गिरफ्तारी टीम में उप निरीक्षक त्रिभुवन जोशी, महेश जोशी व कांस्टेबल प्रदीप पिलखवाल,गिरीश भटट,अशोक रावत, भूपेन्द्र आदि पुलिसकर्मी मौजूद रहें।

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