फर्जी दस्तावेज तैयार कर ताहिर खान अग्निवीर में भर्ती होने आया, फ़र्जी डाक्यूमेंट्स में हल्द्वानी एसडीएम की मुहर, सक्रिय ख़ुफ़िया तंत्र।
रानीखेत – उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूकेएसएसएससी) की परीक्षा के पेपर लीक प्रकरण में उत्तर प्रदेश का नकल माफिया सक्रिय रहा तो वहीं अब अग्निवीर सैनिक भर्ती रैली में भी पड़ोसी राज्य का ही एक रैकेट फर्जी दस्तावेज तैयार कर मुनाफाखोरी का खेल खेल रहा है।
फर्जी प्रमाणपत्रों के सहारे अग्निवीर सैनिक बनने बुलंदशहर से केआरसी मुख्यालय रानीखेत आ पहुंचे ताहिर खान ने पूछताछ में अहम जानकारी दी है। बुलंदशहर के ही एक रैकेट चलाने वाले ने उसे हल्द्वानी से फर्जी प्रमाणपत्र बनाकर मुहैया कराए।
रैकेट के सदस्यों ने एसडीएम कार्यालय में साठगांठ कर भर्ती प्रक्रिया शुरू होन से चार दिन पूर्व यानि 16 अगस्त को फर्जी कागजात बनवाए। इसकी एवज में ताहिर ने रुपये भी दिए। हालांकि रैकेट ने रकम कितनी वसूली, आरोपित ने इसका खुलासा नहीं किया।
देशसेवा की अहम कड़ी भारतीय सेना में फर्जी प्रमाणपत्रों के सहारे एक राज्य के युवक को दूसरे प्रदेश की भर्ती रैली में प्रवेश कराने का पहला सनसनीखेज मामला सामने आने के बाद खुफिया तंत्र हरकत में आ गया है।
सूत्रों की मानें तो फर्जी प्रमाणपत्र बनाकर ताहिर को रेलवे बाजार हल्द्वानी का मूल निवासी दर्शाकर रानीखेत पहुंचाकर बुलंदशहर के रैकेट ने स्थानीय तहसील प्रशासन में गहरी पैठ का इशारा भी दे दिया है।
रैकेट ने हल्द्वानी तहसील कार्यालय में स्थायी निवास व जाति प्रमाणपत्र तथा आधारकार्ड के लिए आवेदन कब किया, पूछताछ में ताहिर ने सब कुछ तो नहीं उगला मगर प्रमाणपत्रों के जारी होने की तारीख 16 अगस्त 2022 दर्ज है। सूत्रों के अनुसार दस्तावेजों में बाकायदा एसडीएम हल्द्वानी की मुहर भी लगी है।
प्रकरण में ए0आर0ओ0 भर्ती बोर्ड की तहरीर के आधार पर ताहिर खान उपरोक्त को गिरफ्तार कर कोतवाली रानीखेत में धारा 420 ipc मे अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक कार्रवाई की गई है। रानीखेत सीओ टीआर वर्मा ने बताया कि अग्निवीर भर्ती होने आए उत्तर प्रदेश बुलंदशहर के ताहिर ने अपना प्रवेश पत्र अमित के नाम से बनवाया था, जिस पर सेना के अधिकारियों को शक हुआ और उन्होंने संदिग्ध युवक की जानकारी पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस ने अभियोग पंजीकृत कर जेल भेज दिया।
युवक ने हल्द्वानी से फर्जी स्थायी निवास, जाति व हाईस्कूल का प्रमाणपत्र ही नहीं बल्कि आधार कार्ड भी बनवाया था। खास बात कि फर्जीवाड़े के जरिये सेना में भर्ती होने पहुंचा युवक दौड़ में सफल भी हो गया।
फिलहाल पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अंदेशा है कि दबोचा गया युवक किसी बड़े रैकेट का सदस्य हो सकता है।
फर्जीवाढे में किसी बड़े रैकेट का हाथ होने का अंदेशा है। सीओ अमित वर्मा के अनुसार इसमें कई लोग शामिल सकते हैं। यह जांच में सामने आएगा। सीओ ने यह भी आशंका जताई कि इससे पूर्व हुई भर्ती रैलियों में भी ताहिर फर्जीवाड़े से हिस्सा ले चुका है या नहीं, इसकी भी पड़ताल की जाएगी। वहीं माना जा रहा है कि नैनीताल जिला प्रशासन की जांच में कुछ बड़े खुलासे हो सकते हैं।
अग्निवीर भर्ती रैली के मद्देनजर कप्तान प्रदीप राय के निर्देश पर सीओ अमित वर्मा व कोतवाल नासिर हुसैन की अगुआई में खुफिया तंत्र पहले ही सक्रिय किया गया है। ताकि पूर्व की भांति कोई भी गड़बड़ी से निपटा जा सके। फर्जीवाड़ा रोकने के मकसद से स्थानीय खुफिया इकाई के साथ खाकी भी सादी वर्दी में और सतर्क हो गई है।